भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अब तक मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है | वैसे यदि सोशल साइट्स पर आम राय लें तो युवा वर्ग का एक बड़ा हिस्सा योगी आदित्यनाथ को भाजपा का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनते देखना चाहता है | हालाँकि भाजपा ने खुले तौर पर इस तरफ अभी कोई इशारा नहीं किया है |
२२ जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी जी गोरखपुर जा रहे हैं | यहाँ वो गोरखपुर में एम्स का उद्घाटन तो करेंगे ही लेकिन साथ ही योगी आदित्यनाथ के स्वर्गीय गुरुदेव जी की मूर्ति स्थापना के कार्यक्रम में भी जायेंगे | मूर्ति स्थापना का यह कार्यक्रम राजनैतिक नहीं है | मोदी जी का खास तौर पर इस कार्यक्रम में शामिल होना उनकी योगी आदित्यनाथ से बढ़ती नजदीकियों की ओर भी इशारा करता है |
मेरी व्यक्तिगत राय में योगी आदित्यनाथ भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश के आने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ा कमाल कर सकते हैं | हालाँकि सत्य यह भी है कि भाजपा को पार्टी के उ. प्र. के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह जी एवं कलराज मिश्र जी भी बड़ी कामयाबी दिला सकते हैं लेकिन अभी राजनाथ सिंह जी एवं कलराज मिश्र जी उ. प्र. के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर कोई इक्छा जाहिर नहीं की है | ऐसे में बाकी बचे चर्चित उम्मीदवारों की लोकप्रियता का सोशल साइट्स पर यदि आंकलन करें तो योगी आदित्यनाथ सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं |
ये कोई छुपी हुई बात नहीं है कि जब जब हिन्दू एक होकर वोट डालते हैं तो चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में ही जाते हैं | इसीलिए सपा, बसपा एवं कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश के हिन्दुओं को अलग अलग जातियों में बांटने का खेल शुरू हो चुका है | दलित बनाम सवर्ण, अगड़ा बनाम पिछड़ा आदि मुद्दों को फिर से हवा दी जाने लगी है |
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनते ही ये जातियों के बिखराव का मुद्दा दब जायेगा | हिन्दू वोट वापस हिंदुत्व के नाम पर एक होने लगेगा | इसीलिए मुझे नहीं लगता कि कोई भी पार्टी चाहेगी कि भाजपा योगी जी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये | भाजपा के लिए योगी जी की उम्मीदवारी लोकसभा जैसे अप्रत्याशित परिणाम दिला सकती है |
भाजपा के केन्दीय नेतृत्व के मन में क्या है ये तो आने वाल समय ही बताएगा | लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय में राजनाथ सिंह जी, कलराज मिश्र जी एवं योगी आदित्यनाथ जी का पलड़ा अभी भारी है |