Friday, November 22, 2024
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कैराना के बाद अब पटना – सेक्युलर सरकारों के राज वाले प्रदेशों का हिन्दू विरोधी काला सच

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कैराना में हिन्दुओं पर हुए अत्याचारों का मामला अभी गर्म ही है ऐसे में एक और खबर पटना से आई | पटना में एक हिन्दू युवती ने एक मुस्लिम लड़के से शादी की | युवती की शिकायत के अनुसार शादी के समय इस्लाम कबूल करने की कोई शर्त नहीं थी | लेकिन शादी होते ही उस पर जबरन इस्लाम कबूल कराने की कोशिशें शुरू हो गईं | उसे जबरदस्ती गौमांस खिलाया गया और १ महीने के लिए मदरसे में बंद कर दिया गया ताकि वह इस्लाम सीखे और कबूल करे |

केरल में चल रहे धर्म परिवर्तन के बारे में भी आपने सुना ही होगा | धर्म परिवर्तन कराने वाली कई सारी गैंग, जिन्हें सेक्युलर लोग धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं कहते हैं, पूरी तरह से सक्रिय हैं हिन्दू धर्म के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए | कभी किसी आर्थिक लालच के बहाने तो कभी जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने की ख़बरें आती ही रहतीं हैं | संघ एवं हिन्दू संस्थाओं से जुड़े लोगों की क्रूर हत्याओं की ख़बरें भी आये दिन आतीं हैं | संघ एवं हिन्दू संस्थाओं के सदस्यों पर हुए जानलेवा हमलों की ख़बरें प. बंगाल से भी आतीं हैं, मालदा भी याद ही होगा आपको |

उत्तर प्रदेश ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़े हुए हैं दंगों के | मेरे ख्याल से शायद किसी भी प्रदेश में ५ साल में इतने दंगे नहीं हुए होंगे जितने सपा सरकार में उत्तर प्रदेश में हो गए | कैराना भी उत्तर प्रदेश का ही मामला है | ज़ी न्यूज़ की एक बहस में सरदाना जी ने सपा प्रवक्ता से पूछा कि उत्तर प्रदेश के मुख्य्मंत्री जी कैराना कब जायेंगे | सपा के प्रवक्ता इस पूरे मामले को ही झूठा साबित करने में लगे रहे एवं कोई तारीख नहीं बता पाए | अन्य सेक्युलर पार्टियों ने भी या तो इस मामले पर चुप्पी साधी हुई है या फिर इस मामले को भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा झूठ बता दिया |

बिहार में भी अब सेक्युलर सरकार है | मालदा जैसा ही कांड पुरनिया में भी हो चुका है | अब इस युवती की कहानी भी आप ने पढ़ ही ली | बिहार की दोनों सत्तारूढ़ पार्टियों ने भी अब तक कैराना मामले की निंदा नहीं की और न ही इस युवती के जबरन धर्म परिवर्तन पर कुछ बोला |

दिल्ली में भी सेक्युलर सरकार है | यहाँ के मुख्य्मंत्री समय से उत्तर प्रदेश में दादरी पहुँच गए थे लेकिन दिल्ली में ही डॉ. नारंग की हत्या के बाद उनके घर जाने का समय इन्हें नहीं मिला और न ही अब तक उनको कैराना कांड की निंदा करने एवं कैराना जाने का समय मिला |

कांग्रेस की सेक्युलर सरकारों में हुए अनगिनत दंगों एवं सिख विरोधी दंगों के बारे में भी आप जानते ही हैं | इनके नेता आतंकवादियों का नाम कितनी इज़्ज़त के साथ लेते हैं, उनको आतंकी की जगह मासूम बोलते हैं एवं आतंकियों के एनकाउंटर पर रोते हैं, ये भी आप ने देखा |

कई अन्य ऐसी सेक्युलर पार्टियां भी हैं जो फिलहाल सत्ता में नहीं हैं लेकिन जब ये सत्ता में थीं तो इनकी करनी भी इसी तरह की ही थीं |

मतलब कि लगभग सभी सेक्युलर सरकारों में हिन्दू विरोध पर चुप्पी है | इन राज्यों को देखकर लगता है कि यहाँ हिन्दू इंसान हैं ही नहीं | जो करना हो कर लो, हिन्दुओं को मारो, गाली दो, जबरन धर्म परिवर्तन करा दो, कोई कुछ नहीं बोलेगा |

जहाँ तक मैं जनता हूँ, सेक्युलर अर्थात धर्मनिरपेक्ष का असली मतलब “सर्व धर्म समभाव” है न कि हिन्दू विरोध | लेकिन इस देश में सेक्युलर का मतलब है हिन्दू विरोध | इस देश में सेक्युलर लोगों की नजर में आतंकवाद का धर्म नहीं होता लेकिन भगवा आतंकवाद होता है | सेकुलरिज्म के नाम पर ये आतंकवादियों का नाम भी इज़्ज़त से लेते हैं तथा उनको फांसी का विरोध करते हैं, लेकिन प्रज्ञा ठाकुर को फांसी पर चढ़ते देखना चाहते हैं | इनकी नजर में गोधरा में जो हुआ वो छुटपुट घटना थी लेकिन उस के बाद जो हुआ वो दंगा | एक मुस्लिम लड़की ने झूठ बोला कि उसे मुस्लिम होने कि वजह से किराए के घर से मकानमालिक ने निकाल दिया तो इन लोगों ने बहुत हल्ला मचाया लेकिन कैराना में इतने ज्यादा हिन्दू परिवारों के साथ जो हुआ वो इनकी नजर में सामान्य घटना है |

यदि सेकुलरिज्म का मतलब हिन्दू विरोध है तो मुझे ख़ुशी है यह कहते हुए कि मैं ऐसा सेक्युलर नहीं हूँ | हाँ, मैं “सर्व धर्म समभाव” का समर्थक हूँ | लेकिन “सर्व धर्म समभाव” का मतलब क्राइम और आतंकी घटनाओं को अनदेखा करना नहीं है | जो भी आतंक का समर्थन करे, क्राइम करे, देश की एकता तोड़ने का काम करे, उसको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए भले ही व्यक्ति किसी भी धर्म का हो | जो धर्म को मानता है वो आतंक, क्राइम, देशद्रोह का समर्थक हो ही नहीं सकता | धर्म को मानने वाला “सर्व धर्म समभाव” और देशभक्ति की भावना से भरा हुआ होता है |

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Varun Shrivastava
Varun Shrivastavahttp://www.sarthakchintan.com
He is a founder member and a writer in SarthakChintan.com.
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