पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दुओं की क्या स्थिति है यह आप सभी जानते हैं | किस तरह मोदी सरकार बनने के बाद कई हिन्दू परिवार पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत आ रहे हैं एवं भारत सरकार उनकी हर संभव मदद कर रही है इस बारे में भी आपने कई समाचार सुने एवं पढ़े होंगे | मोदी सरकार काफी समय से पाकिस्तान एवं बांग्लादेश से विस्थापित हिन्दुओं के लिए भारतीय नागरिकता दिलाने के नियमों में बदलाव की दिशा में काम कर रही है ताकि जल्दी से जल्दी इन्हें भारतीय नागरिकता मिल सके और अन्य संभव मदद भी उपलब्ध करा रही है |
पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान से आये वहां के अल्पसंख्यक समुदाय यानि कि हिन्दू, जैन, बौद्ध, पारसी, ईसाई आदि के लिए भारतीय नागरिकता के लिए रजिस्ट्रेशन फीस १५००० रुपये थी | केंद्र सरकार ने इन तीनों देशों के अल्पसंख्यक समुदायों के लिए अब इस फीस को घटाकर १०० रुपये कर दिया है | मोदी सरकार के इस फैसले से इन तीनों देशों से आये हुए हिंदुओं एवं वहां के अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को निश्चित रूप से बहुत ही बढ़ी मदद मिलेगी | इन तीनों देशों से भारत में आये हुए लोगों की मदद के लिए बने हुए कई सामाजिक संगठनों ने मोदी सरकार के इस फैसले की सराहना की व धन्यवाद दिया |
पाकिस्तानी एवं बाग्लादेशी हिन्दुओं की मदद करना केंद्र सरकार की सराहनीय पहल है क्योंकि उन पर जिस तरह के अत्याचार पाकिस्तान में हो रहे हैं उनको देखते हुए उनका एक मात्र सहारा भारत ही बचा है | यदि भारत भी उनकी मदद न करता तो वो कहाँ जाते क्योंकि किसी अन्य देश से तो किसी भी तरह की मदद की उम्मीद भी नहीं है | शायद पिछली सरकारों को उनका तथाकथित सेकुलरिज्म पाकिस्तानी हिन्दुओं की मदद करने से रोक देता था |