इस देश में सेकुलरिज्म और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर हिन्दू धर्म एवं हिन्दू धर्म के आराध्यों का अपमान करना कोई नयी बात नहीं है | आये दिन कोई न कोई तथाकथित सेक्युलर किसी न किसी अनावश्यक टिप्पणी के जरिये हिन्दू धर्म एवं हिंदुओं का अपमान कर ही देता है | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एंटी-रोमियो स्क्वाड का शुरू किया जाना एक बहुत ही सराहनीय कदम है और इसके खिलाफ अनावश्यक बोलने का कोई मतलब नहीं था | लेकिन सेक्युलर जमात ने इसे भी मुसलमानों पर किया जाने वाला अत्याचार बताकर रोना शुरू कर दिया | प्रशांत भूषण ने इन सभी से एक कदम आगे जाकर इसमें भी हिन्दू धर्म के आराध्य भगवान श्री कृष्ण का अपमान कर दिया और कहा कि इस दस्ते का नाम एंटी-रोमियो की जगह एंटी-कृष्ण होना चाहिए क्योंकि भगवान श्री कृष्ण बहुत बड़े ईव-टीज़र यानि कि महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ करने वाले व्यक्ति थे |
हिन्दू धर्म के अपमान के ऐसे किसी भी केस में इन लोगों के खिलाफ किसी भी तरह की कोई कार्यवाही का न किया जाना इन लोगों की हिम्मत लगातार बढ़ाता जा रहा है और ये लोग अभियक्ति की आजादी के नाम पर उसी बड़ी हिम्मत के साथ हिन्दू धर्म के अपमान की कोशिश में दिन-रात लगे रहते हैं | कमलेश तिवारी ने मुहम्मद साहब के बारे में अपशब्द कहे थे और उस टिप्पणी के तुरंत बाद उन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की गयी परंतु ऐसी कड़ी कार्यवाही हिन्दू धर्म का अपमान करने वालों पर क्यों नहीं की जाती ? यदि कमलेश तिवारी पर की गयी कार्यवाही उचित है तो फिर वैसी ही कार्यवाही प्रशांत भूषण पर अब तक क्यों नहीं की गयी ?
ओवैसी के द्वारा भगवान राम, उनकी माता एवं हिन्दू धर्म के अन्य आराध्यों का जो अपमान किया गया था वो भी आपको याद ही होगा | उसके खिलाफ भी आजतक वैसी सख्त कार्यवाही नहीं की गयी जैसी कि कमलेश तिवारी के साथ की गयी | कांग्रेस सरकार ने तो कोर्ट में यहाँ तक कह दिया था कि भगवान राम काल्पनिक पात्र हैं |
सेक्युलर सरकारें हिन्दू धर्म के अपमान के मामलों में कभी भी दोषियों को सजा दिलवाने का प्रयास करती ही नहीं हैं | ऐसे सभी नेताओं को जनता वोट के माध्यम से तो सबक सिखा ही रही है और उम्मीद है कि आगे भी सिखाती रहेगी परंतु यहाँ कोर्ट को भी ऐसे लोगों को सबक सिखाना चाहिए और केस की जल्द सुनवाई करके इनको सख्त सजा देनी चाहिए | भाजपा ने इस मामले में प्रशांत भूषण के खिलाफ FIR दर्ज कराई है | उम्मीद करता हूँ कि भाजपा सरकार इस मामले में प्रशांत भूषण को सख्त सजा दिलवाने का प्रयास करेगी | सजा होगी या नहीं इसका फैसला तो न्यायालय को ही करना है |
फोटो साभार – Hindustan Times