छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में हुई २६ जवानों की शहादत के बाद से ही देश में गुस्से और दुःख का माहौल है | जनता केंद्र एवं छत्तीसगढ़ राज्य सरकार से नक्सलियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग कर रही थी | शुरुआत में जब मामले पर प्रतिक्रिया के तौर पर सभी पार्टियों के नेताओं ने सिर्फ कड़ी निंदा की तो जनता का गुस्सा फुट पड़ा और नेताओं और सरकार के खिलाफ तरह तरह की प्रतिक्रियाएं फेसबुक ट्विटर आदि सोशल साइट्स पर आने लगीं | कई लोग पाकिस्तान के खिलाफ हुई सर्जिकल स्ट्राइक की तरह के एक बड़े ऑपरेशन की मांग कर रहे थे तो कई ऐसे लोग भी थे जिन्हें जवानों की शहादत से कुछ भी लेना देना नहीं था बस उनको मोदी सरकार का विरोध का एक मौका मिला था जिसको वो भुना रहे थे |
ऐसे में एक खबर आयी कि सी. आर. पी. एफ. ने जवाबी कार्यवाही में १० नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया और ५ नक्सली इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए | जो खबर मिली उसके अनुसार ये तो बस एक शुरुआत है और आने वाले समय में इस से भी बड़ी कार्यवाही हो सकतीं हैं |
मोदी सरकार ने ऐसे कई मौकों पर आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देते हुए जो कार्यवाहियां कीं हैं उनको देखकर लगता तो था कि इस मामले में भी कोई बड़ी कार्यवाही होगी ही परन्तु जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था उम्मीद भी टूटती जा रही थी | लेकिन मोदी सरकार ने इस कार्यवाही से एक बार फिर साबित किया है कि जवानों की शहादत को वो बर्दाश्त नहीं करेगी और ऐसे मामलों में मुंह तोड़ कार्यवाही करेगी | इस जवाबी कार्यवाही के लिए में सरकार तथा सी. आर. पी. एफ. की इस टीम को बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ |