मध्य प्रदेश किसान आंदोलन के नाम पर जल रहा है | इस आंदोलन के नाम पर जो भी हिंसा हुई उसमें सबसे ज्यादा आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है | एक वीडियो देखा था जिसमें भीड़ ने महिलाओं एवं बच्चों को बस में बंद करके उस पर पत्थरबाजी की | मेरे कई रिश्तेदार मध्य प्रदेश में इंदौर के आसपास के क्षेत्रों में रहते हैं और वहां से खबर आ रही है कि इस हिंसा की वजह से रोजाना की आवश्यकता की आम चीजें जैसे कि सब्जी, दूध इत्यादि भी आवश्यक मात्रा में नहीं पहुँच पा रहे हैं | मेरी पहचान के कुछ ऐसे परिवार भी हैं जिनमें छोटे छोटे बच्चे हैं जिन्हें असली दूध छोड़िये पाउडर वाला दूध भी नसीब नहीं हो पा रहा है | कुल मिलाकर कहूं तो सच्चाई यही है कि इस समय मध्य प्रदेश में आंदोलन के नाम पर हुई हिंसा में मध्य प्रदेश का आम आदमी जल रहा है |
यह आंदोलन शुरू तो किसानों की समस्यायों के नाम पर हुआ था लेकिन जल्दी ही इसमें राजनैतिक षड्यंत्रों की बू आने लगी | कई स्रोतों से ऐसे वीडियो मिले जिनमें कभी कोई कांग्रेसी विधायक तो कभी कोई कांग्रेसी नेता हिंसा भड़काने के प्रयास करता नजर आया | मुझे लगता है कि जितने सबूत अब तक मिले हैं उनसे तो यही साफ है कि यह पूरा खेल कांग्रेस का रचा हुआ है | एक बस में महिलाओं एवं बच्चों को बंद करके उनपर पत्थर फेंकने वाला कोई आम किसान नहीं हो सकता इतनी समझ हर किसी को है | ये किसान नहीं बल्कि राजनैतिक गुंडे थे जो कि किसान का भेष रखे हुए थे | मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सिंह चौहान के द्वारा किये गए विकास कार्यों से बहुत ही ज्यादा खुश है यह बात सब को पता है और इस के प्रमाण पिछले कई चुनावों में मिलते भी रहे हैं | पहले कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान को व्यापम के मुद्दे में घरेने की कोशिश की परन्तु जब जांच शुरू हुई तो उस में कुछ कांग्रेस के बड़े नेताओं के नाम सामने आने लगे और फिर तुरंत ही उस मुद्दे को कांग्रेस द्वारा ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया | भारत में कभी भी चुनावों का दौर खत्म नहीं होता, एक राज्य में चुनाव खत्म होते ही दुसरे में चुनावी बिगुल बज जाता है | चुनाव का दौर है तो कांग्रेस को मुद्दे भी चाहिए | शिवराज सिंह चौहान को किसी मामले में नहीं फंसा पाए तो किसान आंदोलन का राग छेड़ा गया | अब तक मिले सबूतों से तो यही लगता है कि पहले अशिक्षित और गरीब किसान को शांति पूर्वक आंदोलन के नाम पर फुसलाया गया और फिर अपने गुंडों और नेताओं की मदद से इस आंदोलन को हिंसक मोड़ दिया गया | उम्मीद करता हूँ कि मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार इस हिंसा की पूरी जांच कराएगी और इस षड़यंत्र का सच जल्द ही जनता के सामने आएगा | यदि भाजपा यह जांच नहीं करा पायी तो मैं इसे भाजपा की महामूर्खता ही कहूंगा |
मेहनतकश किसान को हिंसा में फंसा कर, महिलाओं और बच्चों पर पत्थर फेंक कर, बच्चों को दूध के लिए तरसा कर, आम जनता को सब्जी राशन और अन्य रोज की जरुरत के सामानों के लिए तरसा कर कांग्रेस ने जो यह महापाप किया है उसका फल जनता इसे आने वाले चुनावों में जरूर देगी और मध्य प्रदेश में लगी हुई यह आग कांग्रेस की चिताग्नि साबित जरूर होगी |