उत्तराखंड के चमोली से लगी चीनी सीमा तक भारत ने बनायी सड़क | जोशी मठ-मलारी हाईवे का डबल लेन का काम अंतिम स्टेशन रिमखिम तक पहुँच गया है | ये प्रोजेक्ट पिछली यू पी ये सरकार में कथित रूप से चीन के दवाब में रोक दिया गया था, हालाँकि मुझे यू पी ये सरकार पर लगे इस आरोप का सच पता नहीं तो मैं इस बात की पुष्टि नहीं कर सकता |
चीन लगातार भारत के पास की सीमाओं में चीन, पाकिस्तान एवं अन्य पडोसी देशों में सड़क का निर्माण कर के भारत पर दवाब बनने की कोशिश कर रहा है ऐसे में इस सड़क का काम लगभग पूरा हो जाने से भारत की ओर से भी चीन को कड़ा सन्देश दिया गया है | इस मार्ग के पूरा हो जाने से भारतीय सेना को चीन से लगे हुए क्षेत्रों में आवाजाही बहुत आसान एवं कम समय में होने लगेगी | साथ ही युद्ध की स्थिति में सीमा तक आवश्यक सामग्री समय से पहुँचाने में भी आसानी होगी |
ये मोदी सरकार का भारत-चीन सीमा सुरक्षित करने की दिशा में बहुत बड़ा एवं निर्भीक कदम है | इस सड़क के बनने के पहले सेना को इन क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री या तो पीठ पर लाद कर ले जानी होती थी या फिर हेलीकॉप्टर के जरिये भेजनी पड़ती थी | अब इस मार्ग के बन जाने से ये काम बहुत ही आसानी से होगा और साथ ही सेना को भारत-चीन सीमा पर निगरानी करने में भी आसानी होगी |