हिन्दू धर्म में गौ माता का बहुत ही आदरणीय स्थान है | समय समय पर गौ रक्षा के समर्थन में तथा गौ हत्या के विरोध में कई आंदोलन होते रहे तथा अदालतों के भी दरवाजे खटखटाये गए | भाजपा एवं संघ ने हमेशा गौ रक्षा की वकालत की तथा सभी भाजपा शासित राज्यों में गौ हत्या को एक बहुत बड़ा अपराध मानते हुए इस पर कड़ी सजा देने वाले कानून बनाये गए हैं तथा सख्ती से लागू हैं |
भाजपा शासित प्रदेशों में यदि किसी गौ रक्षक संगठन को गौ हत्या में शामिल किसी गिरोह की जानकारी मिलती है तो उसकी पुलिस में शिकायत की जा सकती है | कम से कम भाजपा शासित प्रदेशों में तो पुलिस गौ हत्या में शामिल ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाही जरूर करेगी | यदि किसी भी वजह से गौ रक्षकों को पुलिस से मदद नहीं मिलती है तो फिर किसी लोकल भाजपा नेता या स्वयंसेवक या विधायक या सांसद को भी इस बारे में सूचित कर सकते हैं ताकि सरकार द्वारा ऐसे पुलिस वालों पर भी कार्रवाही की जा सके | हाँ, किसी इमरजेंसी की स्थिति में यदि आपको गौ रक्षा या आत्मरक्षा में कुछ कदम उठाना पडें तो मेरी व्यक्तिगत राय में मैं उसे गलत नहीं मानता, लेकिन अकारण हंगामा करना गलत है |
पिछले कुछ समय से अचानक कई तथाकथित गौ रक्षक संगठन भाजपा शाषित राज्यों में कई ऐसे हंगामे कर रहे हैं जिनका सही अर्थों में गौ रक्षा से कोई लेना देना नहीं है | इन सभी हंगामों के परिणाम सिर्फ हिंदुओं में आपस में फूट डालने वाले और भाजपा के हिन्दू वोट को विभिन्न जातियों में बांटकर भाजपा को कमजोर बनाने वाले ही थे | इन परिणामों को देखकर तो यही लगता है कि हंगामा करने वाले ये कुछ तथाकथित गौ रक्षक समूह किसी बड़ी राजनैतिक साज़िश का ही हिस्सा भी हो सकते हैं और इनका वास्तविकता में उद्देश्य गौ रक्षा की जगह भाजपा शासित राज्यों में भाजपा का हिन्दू वोट तोड़कर उनको जातियों में बांटना हो सकता है | ऐसे तथाकथित गौ रक्षकों की जांच होनी चाहिए और इन पर कड़ी कार्रवाही होनी चाहिए क्योंकि इन लोगों की वजह से इस समय कई ऐसे गौ रक्षक संगठनों पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं जो कि पूरी गंभीरता एवं श्रद्धा से गौ माता की सेवा कर रहे हैं तथा गौ हत्या की साज़िश करने वालों का कड़ा विरोध कर रहे हैं | तथाकथित गौ रक्षकों की इन हरकतों से देश के तथाकथित सेक्युलर नेताओं, पत्रकारों एवं अन्य हिन्दू विरोधी संगठनों को एक बार फिर से हिन्दू धर्म की मान्यताओं का विरोध करने एवं हिन्दू धर्म को बदनाम करने का एक मौका मिल गया है | कई भाजपा विरोधी राजनैतिक दलों के समर्थक आजकल गौ माता एवं हिन्दू धर्म के खिलाफ बोल रहे हैं तथा हिन्दू धर्म को दलित विरोधी साबित करके उन्हें कभी धर्म परिवर्तन तो कभी भाजपा विरोध के लिए उकसा रहे हैं | इन हिन्दू विरोधी ताकतों को यह मौका किस ने दिया ?
ज़ी न्यूज़ ने भी अपनी एक रिपोर्ट में दिखाया कि किस तरह से कुछ गौ शालाओं में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की अनदेखी की वजह से गायों की दुर्दशा हो रही है और आये दिन कई गायें मर रहीं हैं | ऐसी सभी गौ शालाओं के अधिकारियों पर सरकार को कड़ी कार्रवाही करनी चाहिए तथा इन गौ शालाओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी किसी ऐसे गौ रक्षक संगठन को देनी चाहिए जो पूरी श्रद्धा एवं गंभीरता से गौ रक्षा के इस पुण्य कर्म में योगदान करना चाहते हों |
प्रधानमंत्री मोदी जी ने शनिवार को दिए एक बयान में ऐसे तथाकथित गौ रक्षक संगठनों की निंदा की | मोदी जी ने यह बयान सारे गौ रक्षकों पर नहीं दिया बल्कि सिर्फ ऐसे तथाकथित गौ रक्षकों पर दिया है जो कि गौ रक्षा के अलावा सब कुछ कर रहे हैं | इसीलिए जो गौ रक्षकों पूरी गंभीरता एवं श्रद्धा के साथ गौ माता की सेवा एवं रक्षा कर रहे हैं उन्हें इस बयान पर नाराज नहीं होना चाहिए | मैं इस बयान का समर्थन करता हूँ | एक जागरूक एवं कर्तव्यपरायण प्रधानमंत्री होने के नाते मोदी जी की जिम्मेदारी बनती थी कि ऐसे तथाकथित गौ रक्षकों का विरोध करें और जनता को ऐसे तथाकथित गौ रक्षकों से सावधान करें |
आरक्षण के आंदोलन, दलितों पर हमले एवं तथाकथित गौ रक्षकों के हंगामे किस तरह से एक भाजपा विरोधी साज़िश का हिस्सा हो सकते हैं इस पर मैंने कुछ दिन पहले भी एक लेख लिखा था | इस लेख की लिंक नीचे है इस को भी पढ़िए |
आरक्षण के लिए हिंसा एवं दलितों पर हमले, भाजपा शासित प्रदेशों में हिन्दू वोट तोड़ने की साज़िश ?