केंद्र सरकार ने चीन से आयात होने वाले दूध. दूध के उत्पाद एवं मोबाइल फ़ोन पर लगाया प्रतिबन्ध
लगता है कि चीन को संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी अजहर मसूद का वीटो पावर के जरिये बचाव करना बहुत महंगा पड़ने वाला है | केंद्र सरकार लगातार चीनी सामानों की भारत में बिक्री को मुश्किल बनाती जा रही है | कुछ दिन पहले खबर आई थी कि केंद्र सरकार चीनी कंपनियों के लिए सिक्योरिटी क्लीयरेंस के नियम कड़े करने पर विचार कर रही है और अब इस नयी खबर के अनुसार केंद्र सरकार ने चीन से आयात होने वाले दूध, दूध के अन्य उत्पाद एवं कई मोबाइल फ़ोन की भारत में बिक्री पर प्रतिबन्ध लगा दिया है | हालाँकि केंद्र सरकार ने इस की वजह इन सामानों का घटिया क्वालिटी का होना एवं इन सामानों का अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार न बनाया जाना बताया है |
लेकिन कहीं न कहीं ये सब कुछ चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र में किये गए भारत विरोधी काम का ही असर है | भारत दुनिया के सबसे बड़े उपभक्ताओं के देशों में से एक है | यदि किसी कंपनी से ये बाजार छीन लिया जाये तो उस कंपनी का क्या हाल होगा ये आप समझ ही सकते हैं | ये प्रतिबन्ध एवं सिक्योरिटी क्लीयरेंस के कड़े नियम आने वाले समय में चीन की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर डाल सकते हैं |
वैसे ऐसा करना अब अत्यन्त आवश्यक भी हो गया है क्योंकि अब तक चीनी कंपनियों को भारत का बाजार उपलब्ध कराकर हम चीनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रहे थे | चीन हर साल कितना ज्यादा पैसा भारत विरोधी ताकतों को देकर भारत का नुकसान करता है ये भी सभी को पता है | यानि कि हमसे ही पैसा कमाओ और हमें ही बर्बाद करो | अब चीन को ये समझना होगा कि भारत में नयी सरकार के बनने के बाद माहौल काफी बदल गया है और चीन को अब भविष्य में भारत की ओर से और भी कड़े विरोधों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए |
केंद्र सरकार द्वारा चीन पर दवाब डालने की दिशा में अब तक उठाये कदम सराहनीय हैं | ख़ुशी हुई ये देखकर कि अब इस देश में सिर्फ कड़ी निंदा नहीं की जाती बल्कि खुलकर बिना किसी दवाब के कड़ी कार्रवाही की जाती है |