कांग्रेस जैसी पार्टियों को मनमोहन सिंह जैसे नेताओं की अत्यंत आवश्यकता है | ऐसे नेता जो कि कांग्रेसी राज परिवार से दब कर रहे और राज परिवार को अपने मन की करने दें | कुछ ऐसी ही स्कीम अब लालू प्रसाद यादव ने चला रखी है | कारण एक ही है | न तो कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव जीता जा सकता है और न ही आर जे डी के दोनों युवराजों को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर | अब आज के नितीश कुमार ऐसे में इन दोनों पार्टियों के लिए बिलकुल सही कैंडिडेट मिल गए हैं | कांग्रेस भी खुश और आर. जे. डी. भी खुश | हो सकता है कि यदि नितीश कुमार से बेहतर कोई कठपुतली न मिल पाए तो ये दोनों पार्टियां अगले लोकसभा चुनाव में नितीश कुमार का प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन भी कर दें |
जिस तरह बिहार में लगातार बढ़ रहे जंगलराज पर नितीश कुमार चुप हैं और बाहुबलियों को अपनी मनमानी करने दे रहे हैं उस से मौजूदा सरकार में उनकी स्थिति साफ़ दिखाई दे रही है और पता चलता है कि सत्ता की बागडोर उनके हाथ में नहीं बल्कि लालू प्रसाद यादव एवं उनके बाहुबलियों के साथ में है | हाल ही में जेल से छूटे सहाबुद्दीन ने भी नितीश कुमार के बारे में अपनी सोच साफ़ कर दी और उस पर लालू प्रसाद ने यह भी कह दिया कि सहाबुद्दीन ने कुछ भी गलत नहीं कहा है | इस सब मामले पर एक समय के तेजतर्रार नेता नितीश कुमार खिसयाना बयान देते हुए बोलते हैं कि मौजूदा सरकार में उनकी स्थिति वैसी ही है जैसी कि दांतों की पीछे दबी हुई जीभ की होती है | इतना सब होने के बावजूद बिना किसी पछतावे एवं शर्म के नितीश कुमार आज भी ऐसी सरकार में मुख्यमंत्री बने हुए हैं |
नितीश कुमार २०१९ में प्रधानमंत्री पद की दौड़ जीत जाएं इस बात की सम्भावना तो है नहीं | हाँ, लेकिन इस सरकार का कार्यकाल पूरा होते होते एक बात पक्की है कि पुराने नितीश कुमार को बिहार के इतिहास में अच्छे कामों के लिए याद किया जाता लेकिन आज के नितीश कुमार को लोग बस जंगलराज के एक दब्बू कठपुतली एवं तथाकथित मुखिया के तौर पर याद रखेंगे | प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा में नितीश कुमार ने अपना सम्मान खो दिया है | पुराने नितीश कुमार की संगत भाजपा की थी और आज के नितीश कुमार की संगत आर. जे. दी. एवं कांग्रेस की है | अब इन दोनों नितीश कुमार में अंतर की वजह संगत है या सत्ता का लालच या फिर दोनों ही, इसका बात का फैसला आपने वाले चुनावों में जनता ही करेगी |