मैं धर्म और जाति के आधार पर किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ हूँ लकिन कुछ सत्य हैं जो मुझे यहाँ रखने का मन किया | पिछले कुछ दिनों से कई बसपा समर्थक अचानक से हिन्दू धर्म के विरोधी हो गए हैं, जबकि वो खुद भी हिन्दू ही हैं | उन की फेसबुक पोस्ट्स पर दिन रात सिर्फ हिन्दू धर्म के बारे में दुष्प्रचार वाली पोस्ट्स आती हैं | जब इस मामले पर ध्यान से सोचा कि ये क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है तब समझ आई पूरी राजनीति की कहानी |
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश में मिले अप्रत्याशित बहुमत के दो कारण थे | पहला तो प्रधानमंत्री मोदी जी की लोकप्रियता और दूसरा सपा सरकार की हिन्दू विरोधी छवि जिस के कारण हिन्दुओं ने जातिवाद भूलकर एक होकर भाजपा को वोट दिए |
बसपा के नेताओं के भाषण यदि आप सुनें तो पाएंगे कि वो ज्यादातर केवल जातिवाद की ही बात करते हैं और बाकी की जन समस्यायों के मुद्दों पर उतना ज्यादा कुछ नहीं बोलते | अब लगता है कि इनको डर है कि यदि हिन्दू वोट जाति के नाम पर नहीं बिखरा तो अगले विधान सभा में भी बसपा का काफी हद तक पिछले लोकसभा चुनाव जैसा ही हाल होगा |
ये लोग खुद को अम्बेडकर जी का अनुयायी बताते हैं | अम्बेडकर जी आजीवन देश को जातिवाद के जहर से दूर करने का प्रयास करते रहे लकिन आज ये लोग उन्ही के नाम पर समाज में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं |
हिन्दुओं के अलग अलग जातियों में बिखराव का चुनाव में किसे और क्या लाभ मिल सकता है ये बिहार चुनाव से सब को दिख ही गया और हिन्दुओं के एक होने से किसे और क्या लाभ मिलेगा ये लोकसभा चुनाव ने बता दिया |
इसीलिए अचानक से बसपा के कई समर्थकों को हिन्दू धर्म ही ख़राब लगने लगा | आये दिन न जाने कैसी कैसी हिन्दू धर्म विरोधी पोस्ट्स डाल रहे हैं ये लोग फेसबुक पर | एक होड़ शुरू हो गयी है हिन्दू धर्म पर आये दिन ऊल जलूल आरोप लगा कर हिन्दू धर्म को बदनाम करने की | लगातार जातिवाद का जहर घोलने की कोशिश की जा रही है |
में ऐसे लोगो से यही कहना चाहता हूँ कि हिन्दू भी इंसान हैं, उन्हें भी बुरा लगता है, दुःख होता है जब उन पर बेबुनियाद आरोप लगाये जाते हैं |
मैं सभी राजनैतिक दलों से विनती करता हूँ कि कृपया चुनाव सिर्फ जनता की समस्यायों और विकास के मुद्दे पर ही लड़ें | सिर्फ राजनैतिक लाभ के लिए लोगो में धर्म और जाति की दीवार मत बनाइये | आप तो चुनाव निपट जाने के बाद अपने सत्ता के सुख में डूब जाते हैं लकिन जनता के बीच जो ये दीवार खड़ी हो जाती है वो आये दिन दंगो और हिंसा के रूप में सामने आती रहती है |
किस को वोट देना है और किस को नहीं ये जनता की निजी राय और संवेधानिक अधिकार है उस पर में किसी भी तरह की कोई टिप्पणी नहीं करूँगा | जनता को ये बात समझनी चाहिए कि वह किसी के चुनावी हथकंडे में मोहरा न बने | सिर्फ इस देश के भले के लिए ही काम करें और आपस में प्रेम और एकता के साथ रहे | इस देश को जातिवाद और साम्प्रदायिकता के जहर से दूर रखें | कई नेता और उनकी पार्टियाँ समाज में दिन रात ये जहर घोलने कि कोशिश में लगी रहती हैं क्योंकि जितना ये जहर बढ़ेगा उतना ही उन्हें चुनाव में फायदा होगा | इन नेताओं की इस चाल को समझें और उन से दूर रहे |
यहाँ देखिये ऐसे ही कुछ बसपा प्रेमियों की हिन्दू धर्म विरोधी फेसबुक पोस्ट्स | यहाँ हमने पोस्ट लिखने वालों की फोटो और नाम हटा दिए हैं | ये पोस्ट्स दिखा कर हम किसी को भड़काने की कोशिश नहीं कर रहे हैं | हम बस सभी लोगों से यह कहना चाहते हैं कि ऐसे मौकापरस्त राजनैतिक लोगों के बहकावे में न आएं और आपस में प्रेम और एकता बनाये रहें |