आम आदमी पार्टी और विवाद का पुराना रिश्ता है | आये दिन कोई न कोई नया विवाद सामने आता ही रहता है | अब ये नया विवाद है एम सी डी के कर्मचारियों की तनख्वाह का | दिल्ली की प्रदेश सरकार एम सी डी को उचित भुगतान क्यों नहीं कर रही ताकि वो कर्मचारियों को तनख्वाह दे सके ? सिर्फ राजनैतिक कारणों से गरीब कर्मचारियों को परेशान करना कहाँ से उचित है ? सरकार के पास ५०० करोड़ से ज्यादा रुपये सिर्फ केजरीवाल जी का महिमामंडन करने के लिए हैं, विधायकों की तनख्वाह कई गुना बढ़ाने के लिए भी पैसे हैं, लेकिन इन गरीब कर्मचारियों को उन का हक़ देने के समय अचानक से पैसों की कमी आ जाती है |
केजरीवाल जी हम यही कहना चाहेंगे कि सर सिर्फ पार्टी का नाम आम आदमी पार्टी रख लेने से आप आम आदमी के शुभचिंतक नहीं हो जायेंगे | अगर आप सच में आम आदमी के साथ हैं तो तुरंत इस मामले में दखल दीजिये और इन गरीब कर्मचारियों को उनका हक़ दीजिये | भाजपा और मोदी जी के साथ राजनैतिक दाव पेंच खेलने के कई मौके आते जाते रहेंगे | लेकिन इस राजनैतिक मतभेद की लड़ाई में कृपया गरीबों का हक़ मत मारिये | जो जनता आपको ऐसा बड़ा बहुमत देकर सत्ता की कुर्सी पर बिठा सकती है, कल वो आपको वापस जमीन पर भी ला सकती है | ये दिल्ली का आखिरी चुनाव नहीं था | चुनाव फिर से होंगे और फिर आप को वापस उसी जनता के पास जाकर वोट मांगने हैं | कहीं ऐसा न हो के जो हाल पिछले चुनाव में कांग्रेस और भाजपा का हुआ था वो अगले चुनाव में आम आदमी पार्टी का हो जाये | इस के पहले के देर हो जाये, दिल्ली के भले के लिए गंभीरता से काम करना शुरू कीजिये |