हाल ही में मुझे दिल्ली महिला आयोग की एक रिपोर्ट का ध्यान आया | ये रिपोर्ट नवम्बर २०१५ में आई थी जिस में कि दिल्ली महिला आयोग ने कहा था कि दिल्ली की कुल महिला उत्पीड़न की शिकायत में से ५०% तो सिर्फ जे एन यू में होती हैं | ध्यान देने वाली बात ये है कि दिल्ली महिला आयोग की वर्तमान अध्यक्षा स्वाति मालीवाल को आम आदमी पार्टी की सरकार ने ही नियुक्त किया है | जे एन यू में हुई देशद्रोही नारेबाजी पर बात रखते हुए जब कुछ लोगों ने जे एन यू में महिला उत्पीड़न का आरोप लगाया था तो आम आदमी पार्टी के कई समर्थको ने उनका सोशल साइट्स पर विरोध किया था और मजाक उड़ाया था |
क्या आम आदमी पार्टी के नेताओं और समर्थकों को अपनी सरकार द्वारा नियुक्त की गयीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा की बात पर भी भरोसा नहीं है ? यदि आप को इन पर भरोसा नहीं है तो इनको बर्खास्त करके आप किसी और को नियुक्त क्यों नहीं करते ? कन्हैया कुमार पर दिखाई जा रही वीडियो को गलत बताकर आम आदमी पार्टी की सरकार ने ३ न्यूज़ चैनलों पर शिकायत दर्ज़ करायी है और कार्रवाही का मन बना लिया है |
अब या तो दिल्ली की प्रदेश सरकार ये स्वीकार कर ले कि दिल्ली महिला आयोग की ये रिपोर्ट सच है या फिर आप इस आयोग की अध्यक्षा को बर्खास्त कीजिये और उन के खिलाफ भी शिकायत दर्ज़ करा कर कार्रवाही के आदेश दीजिये | और यदि आप ये दोनों काम नहीं कर सकते तो फिर कृपया चुप रहिये और जे एन यू देशद्रोह मामले में कानून को अपना काम करने दीजिये |