आश्चर्यचकित करने वाला विषय है कि कांग्रेस लोकतंत्र बचाओ दिवस मना रही है | जिस कांग्रेस की नेता ने प्रधानमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए देश में इमरजेंसी लगायी थी जो कि २२ माह तक रही | इस बीच डेढ़ लाख के लगभग विपक्षी राजनैतिक लोग तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता निरपराध कारागार में मीसा व डी. आई. आर. जैसे कानून में बंदी रहे | फ़र्ज़ी केस लगाए गए , मारपीट की गयी, थाने में नाखून उखाड़ने जैसे उत्पीड़न के कार्य हुए | लगभग सभी जेलों में लाठीचार्ज हुए | मीसा में तो जमानत भी नहीं हो सकती थी | डी. आई. आर. में जमानत पाने वाले लोगों में से कई पुनः मीसा में भेजे गए | इतना ही नहीं इलेक्शन पिटीसन जिन कारणों से हाईकोर्ट इलाहाबाद में स्व. इंदिरा गांधी हारीं थीं उन प्राविधानों को कानून से हटकर संसोधित किया और उन्हें पिछली तारीख से लागू किया गया |
दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी नेहरू गांधी परिवार की व्यक्तिगत जागीर बना ली गयी | पार्टी राजनैतिक दल के स्थान पर प्राइवेट लिमिटिड कंपनी का रूप धारण कर चुकी है | फिर भी लोकतंत्र की दुहाई दी जा रही है |
वास्तविकता यह है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सत्ता का दुरूपयोग किया | आकाशवाणी, दूरदर्शन, चुनाव आयोग सभी सत्ता के इशारे पर काम करते थे | आल इण्डिया रेडियो को आल इंदिरा रेडियो कहा जाता था | कांग्रेस के अध्यक्ष स्व. देवकांत वरुआ ने भाषण में कहा था कि इंदिरा इज़ इण्डिया एंड इण्डिया इज़ इंदिरा | ऐसी पार्टी लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाए तो वही कहावत चरितार्थ होती है सौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली |
वर्तमान में नेहरू गांधी परिवार के कई घोटाले व भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए | रॉबर्ट वाड्रा के हरयाणा व राजस्थान के भूमि घोटाले सामने आये | भाजपा सरकारों ने जांच बैठा दी | नेशनल हेराल्ड के मामले में घोटाले की सीरीज़ सामने आई तथा अगस्ता वेस्टलैंड का घोटाला भी सामने आया | इटली के न्यायालय ने सोनिया गांधी सहित यू. पी. ए. सरकार के कई अधिकारियों व नेताओं पर टिप्पणी की, तथा भारत सरकार से इस पर जांच की अपेक्षा की है | लेकिन कांग्रेस पार्टी तथा नेहरू गांधी परिवार को न्यायालय पर कभी न तो भरोसा रहा है और न ही इसने कभी सम्मान किया |
सांसद में अगस्त घोटाले पर बहस के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सोनिया गांधी शेरनी हैं और भाजपा उन से डरती है | मैं सिंधिया जी से पूछना चाहता हूँ कि यदि सोनिया गांधी शेरनी हैं तो क्या यह शेरनी और उस के बच्चे देश और देशवासियों का शिकार करेंगे |
भ्रष्टाचार व घोटालों से बचने व आंदोलन के जरिये सरकार पर दवाब बनाकर जांच व कार्रवाही प्रभावित करके कांग्रेस अपनी डूबती नाव को किनारे लगाने का प्रयास कर रही है | दूसरी ओर राज्य सभा में बहुमत के बल पर केंद्र सरकार को जनहित के कार्य करने से रोकने में पूरी ताकत से जुटी है तथा लोकसभा में बार-बार हंगामे भी इसी उद्देश्य से किये जाते हैं | परन्तु इससे कांग्रेस डूबने से नहीं बच पायेगी क्योंकि भारतीय जनमानस सब कुछ खुली आँखों से देख भी रहा है और अपनी तीखी प्रतिक्रिया भी देगा |