Thursday, November 21, 2024
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बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों को निर्दोष कहने वाले माफ़ी कब मांगेंगे ?

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यह खबर आये काफी समय हो चुका है कि बाटला हाउस मामले से जुड़ा आतंकी अब आई एस आई एस ज्वाइन कर चुका है | कुछ लोगों को गलफहमी हुई कि अब शायद इन आतंकियों को निर्दोष बताने वाले माफ़ी मांगेंगे | खैर हमारे देश की तथाकथित सेक्युलर ब्रिगेड किसी भी आतंकी को निर्दोष बताकर गन्दी राजनीति करना तो अच्छे से जानती है लेकिन सच्चाई सामने आने पर माफ़ी मांगना वो उचित नहीं समझते और पूरी बेशर्मी के साथ चुप बैठ जाते हैं तथा एक और नयी इशरत जहाँ या अन्य आतंकी के एनकाउंटर का इंतज़ार करते हैं ताकि उन्हें फिर से झूठ बोलने का एवं आतंकी को निर्दोष बताने का मौका मिले | भाई वोटबैंक की राजनीति का यही तो उसूल है | आतंकियों को निर्दोष बताकर खुद को मुसलमानों का हमदर्द साबित करो और फिर खूब वोट बटोरो |

यदि आपको याद न हो तो मैं याद दिला दूँ कि कांग्रेस के नेताओं ने कहा था कि बाटला हाउस एनकाउंटर के बारे में सुनकर सोनिया गांधी रोने लगीं थीं | मुझे तो याद नहीं कि कभी किसी कांग्रेसी नेता या सोनिया गांधी के आंसू भारतीय सेना के शहीदों के लिए निकले हों, कभी ऐसा नहीं सुना कि किसी कांग्रेसी ने कहा हो कि सोनिया जी इस शहीद की शहादत के बारे में सुनकर रोयीं थीं | बाटला हाउस और इशरत जहाँ के मामले में गन्दी राजनीति सिर्फ कांग्रेस ने नहीं की, यह लिस्ट बड़ी लम्बी है | केजरीवाल, नितीश कुमार और लगभग सभी तथाकथित सेक्युलर ब्रिगेड के महारथी इन दोनों मामलों में मारे गए आतंकियों को हमेशा निर्दोष बताते रहे | एक तरह इनको ये लोग निर्दोष दिखाई देते रहे और वहीँ दूसरी ओर हिन्दू इन्हें भगवा आतंकवादी दिखाई देते रहे |

न तो इस तथाकथित सेक्युलर ब्रिगेड ने इशरत जहाँ के आतंकी साबित होने के बाद कोई माफ़ी मांगी, न ही भगवा आतंकवाद का झूठ साबित होने पर और न ही अब बाटला हाउस मामले का सच सामने आने पर | खैर मांगें भी क्यों, अभी भी इन जैसी राजनैतिक पार्टियों को वोट देने वाले लोग हैं | जनता ने अभी हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में वोट तो दिए ही हैं इन्हें, ऐसा तो कहीं नहीं हुआ कि इनको एक भी वोट न मिला हो | जब तक इन लोगों को देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों में भी ऐसी गन्दी राजनीति के बावजूद वोट मिलते रहेंगे, ये नहीं सुधरेंगे क्योंकि इनको लगता है कि इस देश की जनता को भूलने की बीमारी है, कुछ दिन वोट नहीं देगी लेकिन बाद में वापस देने लगेगी | अब जनता को साबित करना है कि जनता को अब भूलने की बीमारी नहीं है और जनता सब याद रखती है और चुनाव में वोट डालते समय भी इन बातों को ध्यान में रखती है | ऐसी गन्दी राजनीति करने वालों को जब वोट मिलने बंद होंगे तभी ये सुधरेंगे |

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Varun Shrivastava
Varun Shrivastavahttp://www.sarthakchintan.com
He is a founder member and a writer in SarthakChintan.com.
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