केजरीवाल जी,
भाषा चाहे आप हिंदी बोलें या कोई और, सभी में इतने शब्द हैं कि बिना किसी धर्म का अपमान किये हुए आप अपनी बात रख सकते हैं | जिस ने भी ये कार्टून बनाया उसे जे एन यू मुद्दे पर बोलने के लिए इस कार्टून में हनुमान जी जैसा चित्र बनाने की क्या आवश्यकता थी ? बिना उस के भी तो ये कार्टून बनाया जा सकता था | अगर चाहते तो कोई राक्षस ही दिखा सकते थे, लेकिन नहीं | आपने इसे अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर भी कर दिया |
आपकी आज की ट्विटर पर शेयर की हुई इस फोटो की बाद जो ट्विटर पर प्रतिक्रिया आयीं उस से आपको ये अंदाज़ा तो लग ही गया होगा कि लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं | आप इस के बाद कम से कम माफ़ी मांग कर वो मैसेज तो डिलीट कर ही सकते थे अपनी आई डी से |
आखिर कब इस देश में नेता लोगों की धार्मिक आस्थाएं आहत किये बिना राजनीति करना शुरू करेंगे | आप तो चुनाव के पहले बड़ी बड़ी बातें करते थे कि आप बाकि नेताओं से अलग हैं | लेकिन आज आप जिस स्तर की राजनीति कर रहे हैं उस में मुझे बस मौकापरस्ती, बहानेबाजी और अकर्मठता ही दिखाई देती है |
आपने जे एन यू मुद्दे पर भी जिस तरह की राजनीति की उस में भी मुझे मौकापरस्ती ज्यादा लगी | आखिर क्या समस्या हो जाती कि अगर इस देश के सारे नेता एक साथ खड़े होकर जे एन यू में हुई देशविरोधी नारेबाजी का विरोध करते और इस देशद्रोही हंगामे में शामिल हुए सभी लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाही करने की मांग करते ?
हम तो यही कहेंगे कि समय रहते हुए आप सुधर जाइए तो आप के लिए ही अच्छा होगा | जो जनता आपको ६७ सीट दे कर सत्ता में ला सकती है वो आपको अगले चुनाव में वापस जमीन पर भी ला सकती है | बेहतर है कि पूरी ईमानदारी से आप दिल्ली की जनता की भलाई के कामों में जुट जाइए |
(फोटो – केजरीवाल जी ने यही फोटो ट्विटर पर शेयर की थी जिस के बाद ये विवाद शुरू हुआ )