ओवैसी जैसे कुछ नेता आये दिन इस्लाम के नाम पर या तो “भारत माता की जय” एवं “वन्दे मातरम” पर विवाद खड़ा करते रहते हैं या फिर कुरान का नाम लेकर कुछ और नए विवाद और नयी नफरत पैदा करते हैं | सभी मुसलमानों को इस्लाम के नाम पर झूठ फ़ैलाने वाले ऐसे सभी लोगों का खुल कर कड़ा विरोध करना चाहिए |
वैसे सच तो यह है कि इस देश के हर एक शहीद को खुद को हिन्दू/मुस्लिम कहलाने की जगह भारतीय कहलाना ज्यादा पसंद रहा होगा लेकिन फिर भी मैं इस देश के हर एक शहीद एवं उनके परिवारों से माफ़ी मांगते हुए मजबूरी में ये लिख रहा हूँ कि अब इस देश के मुसलमानों को तय करना है कि वो स्वतंत्रता संग्राम में एवं भारत माता की रक्षा में शहीद हुए इस देश के कई सच्चे मुसलमानों को अपना आदर्श मानते हैं या फिर इस्लाम के इन तथाकथित ठेकेदारों की बातों में आ कर इनकी नफरत फ़ैलाने की राजनीति का शिकार बनते हैं | हर धर्म में लिखा है कि कोई भी इंसान अपने बुरे कर्मों के परिणाम से बच नहीं सकता | यदि आज कुछ लोग गलत रास्ता चुनेंगे तो उनको कभी न कभी इस का परिणाम भी भुगतना ही पड़ेगा |
इस समय इस देश में जानबूझकर सिर्फ गन्दी राजनीति के लिए देशभक्ति एवं देशद्रोह की नयी परिभाषा लाकर ऐक नया और देश के भविष्य के लिए बहुत खतरनाक विवाद पैदा किया हुआ है | सभी जानते हैं कि देशद्रोह का मतलब इस देश के खिलाफ काम करना एवं देशभक्ति का मतलब इस देश से प्रेम करना एवं देशद्रोहियों का डट के मुकाबला करना होता है | फिर भी देशद्रोही नारेबाजी को अभिव्यक्ति की आज़ादी कहा जा रहा है और जो लोग इस नारेबाजी का विरोध कर रहे हैं उनको व्यंगात्मक लहज़े में देशभक्ति के ठेकेदार या फिर देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटने वाले लोग आदि नामों से पुकारा जा रहा है | साथ ही साथ ये इस्लाम के नाम पर “भारत माता की जय” एवं “वन्दे मातरम” का विरोध भी किया जा रहा है |
आखिर हम कैसे मान लें कि कुरान के अनुसार “भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी”, “भारत तेरे टुकड़े होंगे” आदि नारे इस्लाम के खिलाफ नहीं हैं लेकिन “भारत माता की जय” और “वन्दे मातरम” इस्लाम के खिलाफ है | आज मैं इन सभी इस्लाम के कथित ठेकेदारों से पूछना चाहता हूँ कि वो हमें बताएं कि आखिर किस तरह से कुरान देश विरोधी नारेबाजी लगाने वालो को गलत नहीं मानती लेकिन देशभक्ति के नारे लगाना गलत मानती है | वो जरा विस्तार से बताएं कि कुरान की किस आयत में ये सब लिखा है | और यदि कुरान में ऐसा कुछ नहीं लिखा है तो कृपया अपनी गन्दी राजनीति के लिए इस देश के मुसलमानों को गुमराह करना बंद कर दें |
इस्लाम के इन सभी कथित ठेकेदारों की राजनीति की वजह से इस देश में मुसलमानों एवं अन्य धर्मों के लोगों के बीच एक गहरी खाई बनती जा रही है | यदि ये इस्लाम के कथित ठेकेदार इसी तरह समाज में जहर घोलते रहे तो कोई बड़ी बात नहीं होगी कि कभी इस देश में अल कायदा या आई एस जैसे आतंकी संगठन बनने लगेंगे या फिर आये दिन दंगे होने लगेंगे |
मैं ऐक बार फिर इस देश के सभी मुसलमानों से यही कहूँगा कि अपना सही आदर्श चुनें एवं समाज में जहर घोलने वाले इन लोगों से दूर रहे एवं इन का खुल के विरोध करें |