पिछले कुछ दिनों से कई पत्रकार एवं न्यूज़ एजेंसियां इस मुद्दे को बहुत जोर शोर के साथ उठा रहे थे कि दिल्ली में मदरसा के कुछ छात्रों द्वारा भारत माता की जय बोलने से मना करने पर कुछ लोगों ने उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की | अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है | मारपीट का शिकार हुए छात्रों में से एक छात्र ने न्यूज़ नेशन चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि – “मीडिया की ये खबर झूठी है | उन के साथ मारपीट करने वालों ने न तो उनसे भारत माता की जय बोलने के लिए कहा था और न ही उन पर ये नारा लगाने के लिए किसी तरह का कोई दवाब डाला था |”
इस घटना के आरोपियों ने इस झगडे का कारण क्रिकेट की बॉल लगने से शुरू हुआ एक विवाद बताया है | दिल्ली पुलिस के अनुसार भी इस झगड़े की वजह क्रिकेट बॉल का लगना था |
जिस दिन ये मारपीट की खबर आई थी उसी दिन से कुछ पत्रकार एवं न्यूज़ एजेंसियां इस घटना के आरोपियों पर ये आरोप लगा रहे थे कि उन लोगों ने पहले तो इन मदरसा छात्रों पर भारत माता की जय बोलने का दवाब डाला और इन छात्रों द्वारा ये नारा लगाने से मना करने पर उन के साथ मारपीट की | आप समझ ही सकते हैं कि किस तरह से इस घटना को भी जल्दी ही असहिष्णुता एवं जबरदस्ती देशभक्ति थोपने से जोड़ा जाना था |
लेकिन अब घायल मदरसा छात्र द्वारा इस आरोप का खंडन करने के बाद इन सभी पत्रकारों एवं न्यूज़ एजेंसियों का झूठ सामने आ गया है | हालाँकि हम सभी अच्छे से जानते हैं कि हर बार की तरह इस बार भी ये पत्रकार एवं न्यूज़ एजेंसियां अपनी झूठी रिपोर्टिंग के लिए किसी तरह की कोई माफ़ी नहीं मांगेंगे | हर बार की तरह अब ये लोग इस खबर पर भी पूरी तरह से चुप्पी साध लेंगे एवं किसी अन्य ऐसे मौके का इंतज़ार करेंगे जिस पर कि ये लोग फिर से अपनी झूठी अफवाहों के जरिये इस देश में सांप्रदायिक माहौल ख़राब कर सकें | वैसे भी अब चुनाव का समय है और इन सभी लोगों को अपनी अपनी पसंदीदा पार्टियों को फायदा पहुँचाने के लिए आए दिन ऐसे बिना मतलब के झूठ फैला कर माहौल ख़राब करने की कोशिशें करनी ही हैं |
मैं हर बार की तरह इस बार भी आप सभी से यही कहूंगा कि ऐसे पत्रकारों एवं न्यूज़ एजेंसियों को देखना, सुनना और पढ़ना बंद कर दें और इन के द्वारा फैलाई जा रही किसी भी अफवाह से भ्रमित न हों |