वैसे तो आप सभी को याद ही होगा कि कुछ साल पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बलात्कारियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए या नहीं इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की थी | यदि याद नहीं है तो मैं बता दूं उन्होंने कहा था कि – “लड़कों से गलतियां हो जाती हैं, क्या इस के लिए उनको फांसी पर लटका देंगे ?” |
लीजिये पहले उनका यह पुराना बयान ही सुन लीजिये |
https://www.youtube.com/watch?v=w48hvXRL0QA
जब सत्ता रूढ़ पार्टी के सबसे बड़े नेता की बलात्कारियों पर यह सोच हो तो फिर प्रदेश में बलात्कार कहाँ से रुकेंगे ? मुलायम सिंह यादव का यह बयान तो एक तरह से इन बलात्कारियों का हौसला बढ़ाने वाला काम ही था | जब अपराधियों को पता हो कि प्रदेश सरकार का अपराधियों के प्रति नरम रुख है तो फिर ऐसे प्रदेश में अपराध के कम होने की उम्मीद कैसे की जा सकती है ?
सपा राज को लोग गुंडा राज ही बोलते हैं क्योंकि इनके सत्ता में आते ही एक तो इनके कई बाहुबली नेताओं का ही खौफ जनता में काफी बढ़ जाता है, फिर इन बाहुबलियों के समर्थक भी इन नेताओं की शह पर जनता में अपना डर बढ़ाने में लग जाते हैं | बाहुबलियों की राजनीती का सबसे बड़ा हथियार उनके लिए जनता में डर ही है, जितना ज्यादा जनता इनसे डरेगी उतनी ही ज्यादा इनकी राजनैतिक पहुँच और पकड़ बढ़ेगी | अब जिस पार्टी में बाहुबलियों की भरमार हो वहां आप सुशासन की उम्मीद कैसे कर सकते हैं ?
बुलंदशहर में एक परिवार की महिलाओं से साथ हुए बलात्कार का मामला इस समय मीडिया में आ रहा है | लेकिन ये ऐसा कोई पहला या एकलौता मामला तो नहीं है | उ. प्र में सपा सरकार के कार्यकाल में हुए और भी कई ऐसे बलात्कार के केस काफी चर्चा में रहे | बलात्कार के अलावा भी कई अपराध हैं जो कि इस समय उ. प्र में लगातार बढ़ते जा रहे हैं | जनता ने इस सब पर अपनी प्रतिक्रिया पिछले लोकसभा चुनाव में दी भी थी और अगले विधानसभा चुनाव में फिर से देगी |
अभी के हालात में तो अपने कुशासन की वजह से फ़िलहाल उ. प्र में समाजवादी पार्टी तीसरे स्थान पर जाती दिखाई देती है | बसपा का हाल लोकसभा जैसा नहीं रहेगा लेकिन लगातार अपने दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने एवं पिछले बसपा राज के भ्रष्टाचार की कालिख की वजह से लगता तो नहीं कि बसपा इस बार सरकार बना पायेगी, हालाँकि सपा सरकार के कुशासन की वजह से उसको दूसरा स्थान प्राप्त हो सकता है | कांग्रेस न पहले कहीं दौड़ में थी न अब है | भाजपा यदि मुख्यमंत्री पद के लिए सही उम्मीदवार चुने और सिर्फ ईमानदार एवं योग्य लोगों को ही टिकेट दे तो फिर अभी के हालात में भाजपा प्रदेश में सरकार बना सकती है | मेरी व्यक्तिगत राय में तो फिलहाल उत्तर प्रदेश में भाजपा को सिर्फ भाजपा ही हरा सकती है यानि कि यदि भाजपा स्वयं ही कोई ऐसी बड़ी भूल कर दे जो कि उस की हार का कारण बन सकती हो तो ही भाजपा हार सकती है | बाकी पार्टियों को भाजपा को हराने लायक जनाधार मिलता अभी दिखाई नहीं दे रहा है |
विधानसभा चुनावों में अभी काफी समय है | देखते हैं चुनाव आते आते जनता का झुकाव किस तरफ ज्यादा होता है | यदि उत्तर प्रदेश की जनता उत्तर प्रदेश को विकसित होते देखना चाहती है तथा अपनी आने वाली पीढ़ियों का भला चाहती है तो उसे जातीय समीकरण की जगह उम्मीदवार एवं राजनैतिक दल की ईमानदारी, योग्यता एवं नियत के आधार पर ही वोट डालना होगा |