जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं जापानी प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे ने मुंबई – अहमदाबाद बुलेट ट्रैन का शिलान्यास किया है तब से ही कई मोदी विरोधियों द्वारा रेलवे और अन्य सभी क्षेत्रों से जुड़ी घटनाओं के बारे में बात करते हुए अनावश्यक तरीके से बुलेट ट्रैन प्रोजेक्ट को खींचा जाता है ताकि जनता में बुलेट ट्रैन के खिलाफ माहौल बनाया जा सके |
इस बुलेट ट्रैन विरोधी अभियान में कई जाने माने नेता, एक्टिविस्ट, अधिकारी एवं अन्य लोग शामिल हैं | कई बार ये लोग गलत तथ्यों और झूठे बयान का उपयोग करके प्रधानमंत्री मोदी पर दोषारोपण करते हैं | जाने माने वकील प्रशांत भूषण ने भी यही किया |
हाल ही में थाईलैंड ने बैंकाक और चीन को जोड़ने वाले ५.५ बिलियन अमेरिकन डॉलर के एक हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी तथा जुलाई में चीन को यह प्रोजेक्ट दिया | अब लोग इस रेलवे प्रोजेक्ट की भारतीय बुलेट ट्रैन के प्रोजेक्ट से तुलना करने लगे |
प्रशांत भूषण ने थाईलैंड के इस रेलवे प्रोजेक्ट के १२ जुलाई के न्यूज़ आर्टिकल को ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि “थाईलैंड ने ३००० किलोमीटर के चीनी बुलेट ट्रैन के प्रोजेक्ट को ५.५ बिलियन अमेरिकन डॉलर में स्वीकृत किया और वहीँ भारत ने ५०० किलोमीटर के प्रोजेक्ट को १७.५ बिलियन डॉलर में स्वीकृत किया” |
अरविन्द केजरीवाल, जो कि पिछले कुछ समय से मोदी जी के कामों पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं, उन्होंने भी प्रशांत भूषण की इस ट्वीट को अपने ट्विटर प्रोफाइल पर शेयर कर दिया |
कुछ ही देर में प्रशांत भूषण के इस मोदी विरोधी एवं बुलेट ट्रैन विरोधी एजेंडा की लोगों ने पोल खोल दी और सही तथ्य पेश किये कि थाईलैंड के प्रोजेक्ट का सिर्फ २२५ किलोमीटर का खर्चा ५.५ बिलियन अमेरिकन डॉलर है न कि ३००० किलोमीटर का | नीचे दी हुई लिंक पर आप थाईलैंड के इस प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी पढ़ सकते हैं |
इस के बाद प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर के सफाई दी तथा माफी मांगी |
थाईलैंड बुलेट ट्रैन प्रोजेक्ट का असली खर्चे की कुछ जानकारी इस तरह है –
थाईलैंड के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने २१ सितम्बर को कहा कि हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट की प्रथम फेज का कुल खर्चा ५.५ बिलियन अमेरिकन डॉलर होगा |
कुल ८७३ किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट की प्रथम फेज सिर्फ २२५ किलोमीटर की होगी | चीन ने इस प्रोजेक्ट के लिए अनुमानित लागत १६.०९ बिलियन अमेरिकन डॉलर का प्रस्ताव रखा था परन्तु इसे थाईलैंड सरकार ने अत्यधिक करार दिया था | इस बारे में अभी कोई साफ़ जानकारी नहीं है कि यह पूरी डील कुल कितने डॉलर में फाइनल हुई और अभी तक इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए फाइनल हुई भी है या नहीं |